
इम्युनिटी क्या होती है (What is immunity)
इम्युनिटी (Immunity) हमारे शरीर की वह प्राकृतिक क्षमता है, जो हमें बीमारियों और संक्रमणों से बचाने में मदद करती है। यह हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा तंत्र) के जरिए काम करती है। इस ब्लॉग, “इम्यूनिटी पावर कैसे बढ़ाएँ (How to boost Immunity Power)” में हम इम्यूनिटी, उसके प्रकार, उसकी कमी के लक्षण और उसे बढ़ाने के उपायों के बारे में जानेंगे।
इम्युनिटी हमें वायरस, बैक्टीरिया, और अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों से बचाती है। यह शरीर को स्वस्थ बनाए रखने और बीमारियों से उबरने में मदद करती है।
इम्यूनिटी की पावर कैसे बढ़ाए इसके लिए इम्युनिटी बूस्टर पदार्थों जो हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को मजबूत बनाते हैं, उसे उपयोग मे लाकर हम शरीर की बीमारियों और संक्रमणों से लड़ने में सक्षम हो सकते । इनमें खाद्य पदार्थ, पेय, सप्लीमेंट्स, और जीवनशैली से जुड़े उपाय शामिल हो सकते हैं।
इम्यूनिटी के मुख्य प्रकार (Types of immunity)
इम्यूनिटी दो प्रकार की होती हैं।
- प्राकृतिक इम्युनिटी (Innate Immunity):
- जन्म से मौजूद होती है।
- यह शरीर की पहली रक्षा पंक्ति है, जैसे त्वचा, म्यूकस मेम्ब्रेन।
- अनुकूलित इम्युनिटी (Adaptive Immunity):
- यह तब विकसित होती है, जब हमारा शरीर किसी संक्रमण का सामना करता है।
- इसमें शरीर एंटीबॉडी बनाता है।
इम्यूनिटी के इन दो प्रकारों के अलावा, इम्यूनिटी को और भी उपश्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है, जैसे:
- सक्रिय इम्यूनिटी (Active Immunity)
- निष्क्रिय इम्यूनिटी (Passive Immunity)
सक्रिय और निष्क्रिय इम्युनिटी क्या हैं ?(What is Active and Passive immunity?`)
सक्रिय इम्युनिटी (Active Immunity) : यह तब विकसित होती है जब शरीर किसी रोगजनक (जैसे वायरस या बैक्टीरिया) के संपर्क में आता है और खुद एंटीबॉडी बनाता है।
उदाहरण :
- किसी बीमारी से ठीक होने के बाद शरीर में बनी प्रतिरक्षा।
- टीकाकरण से विकसित इम्युनिटी।
निष्क्रिय इम्युनिटी (Passive Immunity) : इसमें शरीर को बाहरी स्रोत से तैयार एंटीबॉडी मिलती हैं, जो तुरंत सुरक्षा प्रदान करती हैं।
उदाहरण :
- मां के दूध के माध्यम से बच्चे को एंटीबॉडी मिलना।
2. किसी बीमारी के लिए एंटीबॉडी का इंजेक्शन लगवाना।
इम्युनिटी की पावर बढ़ाने के तरीके(How to increase immunity)
- संतुलित आहार लें : अपने आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, मेवे और बीज शामिल करें। विटामिन C, D, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ विशेष रूप से सहायक होते हैं।
- हाइड्रेटेड रहें : अपने शरीर के सुचारू रूप से काम करने के लिए पर्याप्त पानी पिएं। प्रतिदिन आठ गिलास पानी पियें ।
- नियमित व्यायाम करें : नियमित व्यायाम करे जैसे टहलना, दौड़ना, प्राणायाम और योग आदि माध्यम से शारीरिक गतिविधियों में शामिल होकर अपनी इम्युनिटी को मजबूत बनाएं। अपने वजन को नियंत्रित रखे। नियमित व्यायाम आपके ऊत्तकों तक ऑक्सीजन और पोशाक तत्व पहुंचता हैं।
- पर्याप्त नींद लें : हर रात 7-8 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद लेने का लक्ष्य रखें ताकि आपका शरीर ठीक हो सके और इम्युनिटी बना सके। नींद हमारे मस्तिष्क को आराम देता हैं। यह हमे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता हैं।
- तनाव प्रबंधन करें : ध्यान, गहरी सांस लेने या अपने शौक जैसे तनाव-मुक्त करने वाले तरीकों का अभ्यास करें।
- धूम्रपान से बचें और शराब सीमित करें : ये धीरे-धीरे आपकी इम्युनिटी को कमजोर कर सकते हैं।
- आवश्यकता होने पर सप्लीमेंट्स लें : यदि आपके शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी है, तो विटामिन D, जिंक या प्रोबायोटिक्स जैसे सप्लीमेंट्स लेने के लिए डॉक्टर से परामर्श करें।
- अच्छी स्वच्छता बनाए रखें : अपने हाथों को बार-बार धोएं और अनावश्यक रूप से अपने चेहरे को छूने से बचें।
- टीकाकरण करवाएं : संक्रमण से बचाव के लिए अनुशंसित टीकों को समय पर लगवाएं।
- ज्यादा मीठा न खाए : अत्यधिक मीठा खाने से बचना चाहिये।

इम्युनिटी कम होने के कारण(Causes of decreasing immunity)
- गलत खानपान : जंक फूड, तला-भुना खाना, और पोषण की कमी वाली डाइट से इम्युनिटी कमजोर हो सकती है। इसके साथ आप मोटापे के शिकार हो जाते हैं।
- नींद की कमी : पर्याप्त नींद न लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। आप हमेशा थके –थके रहते हैं।
- तनाव (Stress) : लंबे समय तक तनाव में रहने से इम्युनिटी कमजोर हो जाती है।इसलिए तनाव मुक्त रहें।
- शारीरिक गतिविधियों की कमी: नियमित व्यायाम न करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है।
- धूम्रपान और शराब का सेवन : ये आदतें शरीर के इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाती हैं।
- पानी की कमी : शरीर में पर्याप्त पानी न होने से कोशिकाएं ठीक से काम नहीं कर पातीं।
- बीमारियां या दवाइयां: कुछ बीमारियां (जैसे डायबिटीज, एचआईवी) और दवाइयां (जैसे स्टेरॉयड) इम्युनिटी को कमजोर कर सकती हैं।
- अस्वच्छता : स्वच्छता का ध्यान न रखना संक्रमण का कारण बन सकता है, जिससे इम्युनिटी कमजोर होती है
इम्युनिटी कम होने के लक्षण (Symptoms of less immunity)
- बार-बार बीमार पड़ना: सामान्य सर्दी, खांसी, या बुखार बार-बार होना।
- घाव भरने में देर होना: चोट लगने पर घाव ठीक होने में अधिक समय लगना।
- थकान महसूस होना: लगातार कमजोरी और थकावट महसूस करना।
- पाचन समस्याएं: पेट खराब होना, गैस, या दस्त जैसे लक्षण।
- त्वचा संक्रमण: फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण बार-बार होना।
- एलर्जी बढ़ना: धूल, धुएं, या अन्य एलर्जेंस के प्रति संवेदनशीलता बढ़ना।
- बाल झड़ना: बालों का तेजी से झड़ना या कमजोर होना।
- ठंड सहन न कर पाना: ठंड के प्रति असामान्य रूप से संवेदनशील होना।
अगर इनमें से कोई लक्षण लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
इम्युनिटी की पावर बढ़ाने के लिए क्या खाएं( What to eat to increase immunity)
- विटामिन C से भरपूर खाद्य पदार्थ : संतरा, नींबू, आंवला, अमरूद, कीवी, पपीता।
- विटामिन D के स्रोत : सूरज की रोशनी, अंडे की जर्दी, मशरूम, दूध।
- प्रोटीन युक्त भोजन : दाल, सोयाबीन, मूंगफली, बीन्स, मछली, चिकन।
- जिंक और आयरन वाले फूड्स : कद्दू के बीज, बादाम, पालक, चुकंदर।
- एंटीऑक्सीडेंट्स और सुपरफूड्स : हल्दी (हल्दी वाला दूध), अदरक, लहसुन।
- फाइबर और प्रोबायोटिक्स : दही, छाछ, ओट्स, और साबुत अनाज।
- नट्स और बीज : अखरोट, बादाम, सूरजमुखी और चिया बीज।
- हरी पत्तेदार सब्जियां : पालक, ब्रोकली, मेथी, पत्तागोभी।
- जड़ी-बूटियां और मसाले : तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय, काली मिर्च।
इनका नियमित सेवन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बना सकता है।
अपने दैनिक जीवन मे बदलाव लाकर आप अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हो । जो आपको स्वस्थ और मजबूत बनाएगा । रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से आप बीमार नहीं पड़ेंगे और रोग से लड़ने की ताकत मिलेगी। आशा करते हैं यह ब्लॉग, “इम्यूनिटी पावर कैसे बढ़ाएँ (How to boost Immunity Power)?” आवश्यक जानकारी देने में सहायक होगा। और भी रोचक तथ्यों के लिए देखें हमारी वेबसाईट diarybyhomemaker.com